दिलीप सिंह वर्मा की रिपोर्ट
झाबुआ। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में बारिश ने पिछले 60 सालों का रिकार्ड तोड दिया है। जिले में पिछले 24 घंटों से भारी से भारी बारिश हो रही है, जिले भर में नदी नाले पूरी तरह से उफान पर बह रहे है, जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यक्त हो गया है। बिजली गुल है, जिला प्रशासन के द्वारा रात भर पेट्रोलिंग कर राहत एवं बचाव कार्य किये जा रहे है।
प्राप्त विस्तृत जानकारी अनुसार झाबुआ जिले के थांदला विकास खंड के ग्राम बहादूर पाडा में अतिवृष्टि से एक तालाब फूट गया है, जिसके चलते 4 से 5 ग्रामीणों के बह जाने की खबर है। 1 ग्रामीण काषव मौके से बरामद कर लिया गया है। स्थानिय राजस्व विभाग एवं पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर है, गांव के पास मेें ही एक अन्य तालाब की पाल भी कमजोर है और टूटने की कगार पर है इस कारण से गांव के लोगों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किये जा रहे है। बारिश के चलते इसमें कठिनाई भी आ रही है।
सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार भगौर के केसरिया नाले पर गुजरात के दो लोगों के बहने की खबरे आ रही है इनका पता नहीं चल पा रहा है। मेघनगर रोड पर अनास कोठी में पांच लोग बारिश मेें नदी के बीच फंस गये थे। जिन्हे रात में ही झाबुआ अनुविभागीय अधिकारी एच.एस. विश्वकर्मा, तहसीलदार संजय गर्ग, पटवारी अखिलेश मुलेवा एवं एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर बहार निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहूंचाया गया। झाबुआ तहसील के हिराखदान में वन विभाग द्वारा निर्मित तालाब के फूटने की खबर भी आ रही है। यहां से 7 परिवारों को रेस्क्यू कर निकाला गया है। रामा विकास खंड के खेडा मेें निर्माणाधिन तालाब भी फूट गया है। ग्राम पिलिया खदान झाबुआ में आदिवासीयों के कच्चे मकान झोपडीयां बारिश के चलते ढह गई है। इंदौर-अहमदाबाद रोड माछलिया घाट में रात में 2 बजे तक जाम की स्थिति बनी रही। पटवारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा ने बताया की पटवारीयों की हडताल होने के बावजूद सभी पटवारीयों को अपने क्षेत्र की स्थिति और लोगों की मदद के लिये अलर्ट रहने को कहा गया है। जिले भर में खेतों में पानी भर गया है और खेत तालाब बन गये है। जिले भर में बिजली गुल है। कलेक्टर तन्वी हुडा ने आपदा प्रबंधन और हेल्प लाईन नंबर जारी कर सभी को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये है। पुलिस अधिक्षक अगम जैन ने भी सभी पूलिस अधिकारीयों एवं थानों, चौकियों को अलर्ट रहने के लिये कहां है। जिले भर की नदियां अनास, माही, पदमावती, पंम्पावती, नौगावां, सुनार आदि नदिया खतरे के निशान से उपर बह रही है। कई सरकारी भवनों, स्कूलों में बारिश का पानी भर गया है। छोटी पुल पुलियां पर से पानी जा रहा है जिससे जिले भर का ग्रामीण क्षेत्रों से सड़क संपर्क टूट गया है। रात भर बारिश का दौर जारी रहा, अभी कुछ पानी थमने के बाद लगातार जिले भर से कच्चे मकानों के गिरने और नुकसानी की खबरे आ रही है।
भू अभिलेख से प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले 24 घंटों में झाबुआ में 240.10 एम.एम., रामा में 221 एम.एम., रानापुर में 199 एम.एम., मेघनगर में 316 एम.एम., थांदला में 293 एम.एम.तथा पेटलावद में 210.40 एम.एम.बारिश रिकार्ड दर्ज की गई है। जिले में आज दिनांक तक कुल औसत बारिष 1003.06 एम.एम. अर्थात 40 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। जबकि जिले का औसत बारिश का आंकडा 773 एम.एम. अर्थात 32 इंच है। इस प्रकार से जिले में इस साल 60 सालों का रिकार्ड टूट गया है जबकि एक ही दिन में इतनी बारिश दर्ज की गई है। झाबुआ नगर में कई निचले क्षेत्रों में पानी भर गया है। बहादूर सागर तालाब और छोटा तालाब भी लबालब भर गये है मेहताजी तालाब का जलप्रताप चल गया है। भारी बारिश के चलते जिले भर में लोगों को घरों में रहने के लिये कहा गया है। बिजली गुल है तो नलों स जल प्रदाय भी प्रभावित है।