झाबुआ। मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिलों में रेडियो स्टेशनों की शुरूआत धीरे-धीरे लोकप्रियता प्राप्त कर रही है। जिसके चलते इन रेडियो स्टेशनों से ग्रामीण जनों को लाभ मिल रहा है और प्रतिदिन वे इन रेडियो स्टेशनों के माध्यम से क्षेत्रिय भाषाओं में खेती ग्रहस्थी, मनोरजंन और उपयोगी जानकारी प्राप्त कर पा रहे है।
मध्य प्रदेश के झाबुआ, डिडोंरी सहित कई जिलों में आदिवासी भाषा में रेडियो स्टेशनों को प्रारंभ किया गया है जिसके माध्यम से अब आदिवासी बच्चे भी रेडियो जॉकी और रेडियो आरजे बन कर उभर रहे है। अगर आप मेें बोलने की कला है तो आप भी इन रेडियो स्टेशनों से संपर्क कर अपना परफॉरमेंस दे सकते है और अपनी काबिलियत को लोगों के सामने ला सकते है।
प्रदेश में इस समय आदिवासी भील, कोरबू, बेगा, सहारिया, गोंड आदि जाति के बोलियों में प्रदेश भर मेें रेडियो स्टेशनों का संचालन किया जा रहा है और यहां से कार्यक्रमों का प्रसारण भी किया जा रहा है जिसे प्रतिदिन क्षेत्र के ग्रामीण बडे ही ध्यान से सुनते है। झाबुआ के गडवारा ग्राम में यह रेडियों स्टेषन संचालित किया जा रहा है।