प्रदेश भाजपा की राजनीति में अचानक बढ़ी हलचल


भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को अचानक नागपुर के संघ कार्यालय से संघ प्रमुख मोहन भागवत का बुलावा आने और मुख्यमंत्री के अपने कार्यक्रमों को बिच में छोडकर नागरपुर जाकर संघ प्रमुख से आधे घंटे से भी अधिक बंद कमरे में वार्तालाप करने के बाद। अचानक प्रदेश भर में विकास यात्रा कर रहे प्रदेश के मंत्रियों को मुख्यमंत्री कार्यालय से फोन द्वारा सूचित किया गया कि सभी मंत्रीगण अपनी यात्राओं को छोडकर 19 फरवरी को सुबह 9 बजे से लगाकर रात 9 बजे तक भोपाल में रहेगें और सभी को भोपाल पहुंचना अनिवार्य रहेगा। 

इस फरमान के बाद प्रदेश की भाजपा पार्टी की राजनिति में अचानक भूचाल आ गया है। राजनैतिक क्षेत्र मेें तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे है। ज्ञात हुआ है कि 19 फरवरी को संघ प्रमुख मोहन भागवत भी भोपाल पहूंच रहे है और साथ ही पार्टी संगठन के कई बडे नेता और केंद्रीय मंत्रिगण भी भोपाल पहूंच रहे है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में विधानसभा चुनावों को लेकर कोई रणनिति तैयार होगी वहीं मंत्रियों को भी दिशा निर्देष जारी किये जा सकते है। संध चाहता है कि प्रदेश में सरकार बननी चाहिये और इसमें किसी प्रकार की कोई कसर बाकी नहीं रहे। इसके लिये मंत्रियों से विकास यात्राओं के फिड बैक लिये जाने के साथ ही उनके कार्यो पर भी चर्चा की जा सकत की है। कई लेाग यह भी कयास लगा रहे है की इस बैठक के बाद प्रदेश में कोई परिवर्तन भी किया जा सकता है। 

इन्ही सब बातों का पता लगाने के लिये संघ प्रमुख का यह दौरा हो रहा है। दूसरी और यह भी कहां जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के अपने प्रतिदिन वृक्षारोपण कार्यक्रम के दो साल पूरे हो रहे है इसलिये सारे मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री सामूहिक वृक्षारोपण करेगें और पर्यावरण सजगता को लेकर एक संदेश प्रदेश वासियों को देगें। इस दिन रात्री भोज भी मंत्रियों के साथ होगा। 19 फरवरी का सभी को इंतजार है! देखना होगा इस मंथन बैठक के बाद क्या रिजल्ट निकल कर सामने आता है और भाजपा विधानसभा चुनावों को जितने के लिये क्या रणनिति अख्तियार करेगी!

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