नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज संसद मेें राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कहां की भारत आज विश्व का अग्रणी देश बन गया है, आपने कहां की भारत आज कई मायनों में विश्व में दूसरे और तिसरे पायदान पर है। आपने कहां की एक समय था जब देश दूसरे देशों से लेता था लेकिन आज भारत दूसरे देशों को देता है। आपने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहां की आज देश के 140 करोड़ देशवासियों को मोदी सरकार पर भरोसा है, गालियां देने वालों पर देश की जनता भरोसा नहीं करती है और कभी नहीं करेगी। आपने विपक्ष पर करारा हमला करते हुए कहां की जब वे सत्ता में थे तब भी उन्होनें देश के विकास के अवसर खोये और आज जब विपक्ष में तभी भी वे अवसर खो रहे है उन्हे सिर्फ विरोध करना आता है।
मोदी ने कहां की एक समय उन्होनें भी कश्मीर की यात्रा की थी तब आतंकवादियों ने लाल चौक में पोस्टर लगाकर तिरंगा फहराने के लिये चुनौती दी थी तब मैंने सिता ठोक कर लाल चैक पहूंचकर तिरंगा फहराया था, लेकिन आज कश्मीर में जब घर घर तिरंगा फहराया जा रहा है, आंतकवाद समाप्ती की और है तो वहां पर तिंरगा आसानी से फहराया जा सकता है।
आपने कहां की मोदी पर भरोसा अखबार की सुर्खियों से प्राप्त नहीं हुआ है, मोदी पर भरोसा टीवी पर चकते चेहरों से नहीं हुआ है, मोदी ने जीवन के पल-पल देश के उज्जवल भविष्य के लिये खपा दिये है मोदी के इस व्यक्त के समय पूरा सदन मोदी मोदी के नारो से गुंजायमान हो गया। प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन मेें कवि काका हाथरसी और दुष्यंत कुमार की पंक्तियों का भी जिक्र कर विपक्ष को आईना दिखाया। आपने विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहां की आज वे घोर निराशा मेें डूबे है उन्हे चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है की उनकी ऐसी हालत क्यों हुई है। आज संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ध्वनी मत से प्रस्ताव पास किया गया। प्रधानमंत्री के उदबोधन के दौरान विपक्ष के कुछ सदस्य विध्न डालने की कोशिश में भी लगे रहे जिन्हे सभापति ओम बिरला ने फटकार भी लगाई और उन्हे अपनी और संसद की गरीमा की याद दिलाई।