झाबुआ से होगा कांग्रेस का चुनावी शंखनाद, दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद


दिलीप सिंह वर्मा की रिपोर्ट

झाबुआ। मध्यप्रदेश के आदीवासी बाहुल्य झाबुआ जिले से कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों के लिये अपना चुनावी शंखनाद करने जा रही है। जिसके लिये 7 अगस्त की तारीख तय की गई है। कांग्रेस प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में आदिवासी सिटों पर अपनी पकड़ मजबूत बनाये रखना चाहती है, ज्ञातव्य है कि विगत विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस ने मालवा-निमाड़ की 46 आदिवासी सिटों में से 30 सिटों पर विजय हासिल की थी और प्रदेश में सरकार बनाई थी। कांग्रेस चाहती है की इस बार भी इसी प्रकार से आदिवासी क्षेत्रों में पकड मजबूत रखी जाये और ज्यादा से ज्यादा सिटे जीती जायें। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि प्रदेश में सरकार बनाने का रास्ता मालवा-निमाड़ से ही होकर जाता है।

कांग्रेस ने इसिलिये प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता पूर्व सांसद, केंन्द्रीय मंत्री व झाबुआ के विधायक कांतिलाल भूरिया को प्रदेश कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति की बागडौर सौंपी है। वहीं इनके पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष की जवाबदारी निभा रहे है। कांग्रेस पार्टी का मानना है कि कांतिलाल भूरिया प्रदेश की 46 सिटों पर आदिवासी वोट बैंक को कांग्रेस के पक्ष में करने का मादा रखते है।

इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए आगामी 7 अगस्त को झाबुआ के उत्कृष्ट हाय स्कूल खेल मैदान पर कांग्रेस विशाल जनसभा का आयोजन कर रही है। इस जनसभा को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री द्वय दिग्वजयसिंह एवं कमलनाथ संबोधित करेगें। इसी दिन प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया द्वारा प्रदेश के आदिवासीयों में जनजाग्रति लाने के उद्देश्य से सिधि से आयोजित आदिवासी स्वाभीमान यात्रा का भी झाबुआ में समापन होगा। विक्रांत भूरिया आदिवासी विधानसभा क्षेत्रों में ये यात्राऐं लेकर जा रहे है उनके साथ आदिवासी नेता रामू टेकाम भी साथ में है, कांग्रेस ने इन दो आदिवासी युवाओं को भी आगे बढ़ाया है।

कांग्रेस इस सभा को सफल बनाने के लिये रतलाम संसदीय क्षेत्र के झाबुआ, पेटलावद, थांदला, जोबट, आलिराजपुर, रतलाम, रतलाम ग्रामीण और सैलाना के कार्यकर्ताओं को झाबुआ में एक साथ जुटा कर आदिवासी जमावडा कर आदिवासीयों पर अपनी पकड़ मजबूत होने का दावा करेगी। वहीं इन तमाम आदिवासी क्षेत्रों के आदिवासी कांग्रेसी नेता भी इस अवसर पर झाबुआ में एकत्रित होगें। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आदिवासी बाहुल्य झाबुआ में यह सम्मेलन यह भी साबित करेगा की कांग्रेस ने कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में जो चुनाव अभियान की बागडौर सौंपी है वह कितनी कारगर साबित होती दिखाई देती है। वर्तमान में रतलाम संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा सिटों में से कांग्रेस के पास 5 सिटे है जबकि भाजपा के पास 3 सीटे है।
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